साहिबगंज. रेबिका पहाड़िया का अंतिम संस्कार उसके गांव में कर दिया गया है. प्रशासन की मौजूदगी में रेबिका को मिट्टी दी गई और उसे ताबूत में दफना दिया गया. हालांकि रेबिका के परिजनों ने कहा मृतक का चेहरा तक नहीं देख पाए. वही, इस हत्याकांड पर लोहरदगा के पूर्व विधायक सुखदेव भगत ने दुःख व्यक्त करते हुए घटना की निंदा कर सरकार से फास्ट ट्रैक के माध्यम से दोषी को सजा देने की मांग की है.
बता दें कि रेबिका का अंतिम संस्कार गोंडा पहाड़ स्थित उसके गांव में किया गया. इससे पहले पुलिस शव को ताबूत में भरकर उसके घर पहुंची जहां परिजन ताबूत को घेरकर रोने लगे. गांव में मातम का माहौल है. दृश्य देख लोगों के लिए आंसुओं को रोक पाना मुश्किल हो रहा था. अंतिम क्रिया के दौरान डीसी रामनिवास यादव, एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा बीडीओ टुडू दिलीप, थाना प्रभारी जगन्नाथ पान मौजूद रहे.
गौरतलब है कि झारखंड के साहिबगंज जिले के बोरियो थाना क्षेत्र में भी दिल्ली के श्रद्धा हत्याकांड जैसा अपराध किया गया. यहां दिलदार अंसारी ने 25 साल की रेबिका पहाड़िन नामक महिला की हत्या करने के बाद शव के टुकड़े-टुकड़े कर एक खाली पड़े मकान में फेंक दिया था. फिलहाल पूरे मामले की जांच जारी है. आरोपी दिलदार के मामा मो. मोईनुल अंसारी के घर से हत्या में प्रयुक्त दो धारदार हथियार बरामद किया गया है.
इस मामले में बोरियो थाना में रेबिका के पति दिलदार सहित तीन लोगों पर नामजद केस दर्ज कराया गया है. रेबिका हत्याकांड में अब तक 10 लोगों की भूमिका सामने आ चुकी है और सभी संलिप्त लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. घटना के बाद से फरार दिलदार के मामा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. गिरफ्तार सभी लोगों को साहिबगंज कोर्ट में पेश करने के बाद साहिबगंज सदर अस्पताल में मेडिकल जांच कराकर शाम में ही जेल भेज दिया है.
गिरफ्तार लोगों में बोरियों बेलटोला के मोहम्मद मुस्तकीम अंसारी , उसकी पत्नी मरियम खातून, पुत्र दिलदार अंसारी दिलदार ,उनकी पहली पत्नी शारेजा खातून, मोहम्मद मुस्तकीम के दूसरे पुत्र महताब अंसारी, पुत्री गुलेरा खातून, स्टैंड किरानी मैनूल व उसकी पत्नी सबोर निशा, व उसकी पुत्री एवं मामा मैनुल की पत्नी है.